देहरादून । माल एवं सेवा कर जीएसटी जमा नहीं कर रहे व्यापारियों के खिलाफ सरकार के विशेष अभियान से व्यापारियों में आक्रोश उत्पन्न हो गया है । हालांकि अफसरों का दावा है कि 20 दिन में इस अभियान से 2 करोड़ों का राजस्व सरकार के खाते में पहुंचा है । प्रतिष्ठानों में जाकर किए जा रहे सत्यापन से अब तक 5416 व्यापारियों की जांच हो चुकी है । इनमें से अधिकतर ने 0 जीएसटी रिटर्न दाखिल किया था। जीएसटी कर संग्रह बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से राज्य कर विभाग को टैक्स चोरी करने वालों और 0 रिटर्न दाखिल करने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे।
बुधवार को भी राज्य कर विभाग की टीम ने देहरादून और हरिद्वार जिले में 0 रिटर्न फाइल कर टैक्स जमा न करने वाले व्यापारियों का मौके पर जाकर सत्यापन किया। राज्य कर विभाग हरिद्वार की टीम ने रुड़की में आरके सॉल्यूशन फर्म का निरीक्षण किया इस फर्म की ओर से राज्य में मानव संसाधन की सप्लाई की जाती है वर्ष 2017 से 2022 तक गलत तरीके से 1.05 करोड़ का जीएसटी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ ले रही थी। जांच के दौरान फर्म ने पांच लाख का टैक्स सरकारी कोष में जमा कराया।
आपको बता दें कि अपर कर आयुक्त अनिल सिंह के अनुसार प्रदेश में 35000 कारोबारी ऐसे हैं जो कई महीनों से टैक्स जमा नहीं कर रहे। इसमें से 10,000 व्यापारी कारोबार करने के बाद टैक्स नहीं दे रहे हैं। जबकि 25,000 व्यापारी 0 रिटर्न दाखिल कर रहे हैं।