नई दिल्ली। भारत की तरफ से गलती से फायर होकर पाकिस्तान की सीमा में गिरने वाली ब्रह्मोस मिसाइल के मामले में वायु सेना के तीन अफसरों को बर्खास्त कर दिया गया है। वायुसेना ने मंगलवार को बताया कि घटना 9 मार्च की है। हालांकि इसमें जानमाल का नुकसान नहीं हुआ था। लेकिन पाकिस्तान के आपत्ति जताए जाने के बाद वायु सेना ने मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया था। सीओआई ने छह माह की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा कि इन अधिकारियों ने संवेदनशील मिसाइल प्रणाली की मानक संचालन प्रक्रिया का पालन नहीं किया। इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार ने मंगलवार को तत्काल प्रभाव से ग्रुप कैप्टन, विंग कमांडर और स्क्वाड्रन लीडर रैंक के तीन अफसरों की बर्खास्तगी के आदेश जारी कर दिया। मालूम हो कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में दिए बयान में कहा था कि तकनीकी चूक के कारण वह मिसाइल फायर हो गई थी।
वायु सेना के सूत्रों के मुताबिक संबंधित ब्रह्मोस मिसाइल में वाॅरहेड लगे हुए थे। ब्रह्मोस पूर्व निर्धारित लक्ष्य मिसाइल है। यानी हर मिसाइल का लक्ष्य युद्ध के समय नहीं बल्कि पहले से तय कर रखा जाता है। इस मिसाइल का तय लक्ष्य पाकिस्तान के मियां चुन्नू के आगे अल रकीबी स्थित एक पाकिस्तानी न्युक्लियर जखीरा था।