गुना. मध्यप्रदेश में आदिवासियों का बड़ा आंदोलन प्रारंभ हुआ है. प्रदेश के गुना जिले में यह आंदोलन रविवार को प्रारंभ हुआ. इसके लिए प्रदेशभर के आदिवासी जिला मुख्यालय पर आ जुटे हैं. ये सभी आदिवासी एक महिला को जिंदा जलाने के आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं. दरअसल जिले में एक आदिवासी महिला को जिंदा जला दिया गया था. बमोरी इलाके के धनोरिया गांव में रामप्यारी बाई पर कुछ दबंगों ने उस समय डीजल डालकर आग के हवाले कर दिया था जब वह खेत पर काम करने गई थी। बुरी तरह जली रामप्यारी का कुछ दिन तक इलाज चला जिसके बाद उसने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने इस केस में कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया। अब आदिवासी एक जुट होकर आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं.
आदिवासी महिला को जिंदा जलाने के मामले में राजनैतिक दल सक्रिय हैं. आदिवासियों के विरोध का यह कार्यक्रम जयस द्वारा आयोजित किया गया है। गुना में जयस ने पहली बार इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया है। इसके लिए जयस के नेता गुना के दशहरा मैदान में पहुंच चुके हैं जहां आमसभा आयोजित की गई है। शहर में आमसभा के साथ ही आदिवासियों द्वारा विरोधस्वरूप रैली भी निकाली जाएगी।
इन दिनों प्रदेशभर में मानसून सक्रिय है. कई रास्ते बंद हैं. इसके बाद भी दशहरा मैदान में प्रदेशभर से खासी संख्या में आदिवासी आ जुटे हैं। प्रदेश के कई जिलों से जयस के आदिवासी नेता भी यहां आए हैं. दरअसल गुना बमोरी के धनोरिया गांव में रामप्यारी बाई को जलाकर मार डालने की घटना से आदिवासियों में खासा आक्रोश है. अपना गुस्सा व्यक्त करने के लिए वे यहां आए हैं. कार्यक्रम स्थल पर तगड़ी पुलिस व्यवस्था की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी यहां उपस्थित हैं। आंदोलन में वक्ता धनोरिया कांड के आरोपियों को फांसी देने की मांग की कर रहे हैं। आंदोलन में कांग्रेस के राघोगढ़ के विधायक जयवर्धन सिंह व विधायक हीरालाल अलावा भी पहुंचे हैं।