देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इस समय संसद में विदाई दी जा रही है। दोनों सदनों की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित विदाई समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायूड, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सहित अन्य नेता मौजूद हैं।
बता दें कि देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में 25 जुलाई 2017 को शपथ लेने वाले रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा हो रहा है। ऐसे में उनके कार्यकाल के अंतिम दिन की पूर्व संध्या पर संसद में विदाई समारोह का आयोजन किया गया है। निर्वतमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विदाई समारोह के कार्यक्रम की शुरुआत में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का संबोधन हुआ। जिसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को स्मृति चिन्ह भेंट किए।
लोकसभा स्पीकर के संबोधन के बाद निवर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने संसद में विदाई भाषण दिया। अपने विदाई भाषण में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मुझे राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने का अवसर देने के लिए देश के नागरिकों के हमेशा आभारी रहेंगे। पांच साल पहले, मैंने यहां सेंट्रल हॉल में भारत के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। सांसद होने के नाते आप सभी का लोकतंत्र के मंदिर में विशिष्ट स्थान है और मेरे दिल में सभी सांसदों के लिए खास जगह है।
राष्ट्रपति के रूप में अपने अंतिम संबोधन में रामनाथ कोविंद ने आजादी का अमृत महोत्सव और कोविड-19 के खिलाफ रिकॉर्ड टीकाकरण के लिए सरकार की सराहना भी की। अपने अंतिम स्पीच में निर्वतमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मेरे सभी पूर्ववर्ती राष्ट्रपति मेरे लिए प्रेरणा के स्रोत रहे। अपने विदाई भाषण में राम नाथ कोविंद ने कहा कि राजनीतिक दलों को अपने दलगत भावना से ऊपर उठकर राष्ट्र प्रथम की अवधारणा पर काम करना चाहिए। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी से मिले सहयोग को लेकर उन्हें धन्यवाद कहा।