नैनीताल। अवैध निर्माण को लेकर सख्त हुए जिला विकास प्राधिकरण ने सोमवार को मल्लीताल में पांच मंजिला भवन के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। भवन में रह रहे लोगों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें समझाकर शांत कर दिया।
बीते दिनों राजमहल क्षेत्र में अवैध निर्माण की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे प्राधिकरण सचिव पंकज उपाध्याय ने एक बहुमंजिली इमारत के ध्वस्तीकरण के आदेश देते हुए इस भवन में रह रहे लोगों को तीन दिन में सामान खाली करने के निर्देश दिए थे। सोमवार को प्राधिकरण और प्रशासन की टीम ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर इस बहुमंजिले भवन के पांचवीं मंजिल पर ध्वस्तीकरण कार्य शुरू किया। भवन में रह रहे लोगों ने ध्वस्तीकरण का विरोध किया। लेकिन प्राधिकरण की टीम नहीं रुकी। इस दौरान टीम व भवन में रह रहे लोगों के बीच तनातनी भी हुई, जिस पर पुलिस ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया।
प्राधिकरण सचिव पंकज उपाध्याय ने बताया कि रईस अंसारी की ओर से निर्मित भवन असुरक्षित जोन में है जहां भवन का नक्शा स्वीकृत नहीं हो सकता है। अनधिकृत होने के कारण वर्ष 2007 में भवन के ध्वस्तीकरण के आदेश पारित किए गए थे जिसके बाद प्राधिकरण ने भवन की चौथी, तीसरी ओर दूसरी मंजिल ध्वस्त कर दी थी जिसमें दोबारा निर्माण कार्य शुरू होने पर वर्ष 2012 में भवन सील कर दिया गया। वर्ष 2013 में दोबारा ध्वस्तीकरण आदेश पारित किए गए थे। बताया कि शिकायत के बाद बीते दिनों जब टीम मौके पर पहुंची तो पांच मंजिला भवन खड़ा मिला जिसे ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है।