21.9 C
London

रुद्रपुर:दुकान विवाद के चलते पिता–पुत्र की हत्या के मामले में सलूजा ब्रदर्स को पुलिस ने भेजा जेल 

रुद्रपुर में बीते रविवार की देर रात लगभग 2:00 बजे के आसपास शहर के मुख्य बाजार में स्थित गल्ला मंडी में दुकान के विवाद में पिता-पुत्र की गोली मारकर निर्मम हत्या करने के मामले में आज पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी अवधेश सलूजा, दिनेश सलूजा,हेमंत सलूजा,चरणजीत सलूजा,हरीश सलूजा पुत्र सुंदरदास सलूजा और विशाल आनंद पुत्र आनंद कुमार को गिरफ्तार कर लिया है…

उधर इस वारदात में शामिल बिलासपुर निवासी हरदीप लाडी सहित लगभग आधा दर्जन लोग अभी फरार चल रहे हैं,जिन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई स्थानों पर दबीश दे रही है…पुलिस के अनुसार मृतक पिता-पुत्र को गोली अवधेश सलूजा ने मारी थी,पुलिस ने घटना में प्रयुक्त तलवार और डंडों सहित अवैध .32 बोर का पिस्टल भी बरामद कर लिया है…

दोहरे हत्याकांड के इस पूरे मामले में पुलिस ने निष्पक्ष तरीके से काम किया और यही कारण है कि वारदात के बाद पुलिस ने जब इस पूरे मामले की जांच शुरू की तो हत्याकांड में दो नामजद भाइयों के अलावा पुलिस को वारदात में पांचो भाइयों के शामिल होने के सबूत भी मिल गए…जिसके बाद पुलिस ने बिना दबाव में आए पांचो हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर आज जेल भेज दिया है…इस दोहरे हत्याकांड के बाद एक समुदाय विशेष में फैले आक्रोश के मद्देनजर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी अवधेश सलूजा और मृतक गुरमेज सिंह के परिजनों की सुरक्षा के मद्देनजर दोनों जगह पुलिस कर्मियों को भी तैनात कर दिया गया है…

हम आपको बता दें कि इस जघन्य हत्याकांड में बीते रविवार को देर रात 62 वर्षीय गुरमेज सिंह और 26 वर्षीय उनके बेटे मनप्रीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी…बताया जा रहा है कि ईश्वर कॉलोनी निवासी गुरमेज सिंह ने पांच साल पहले मॉडल कॉलोनी निवासी अवधेश सलूजा और उनके भाई दिनेश सलूजा से गल्ला मंडी में किराए में पर उनकी दुकान ली थी…

इस बीच आर्थिक तंगी के कारण अवधेश सलूजा ने दुकान लगभग 50 लाख रुपये के लोन के एवज में बैंक में गिरवी रख दी थी,जिसे बाद वो दुकान को छुड़वा नहीं पाए…यहीं से शुरू होती है पूरी कहानी,बताया जा रहा है कि मृतक गुरमेज सिंह ने बाद में ग्रामीण बैंक के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों से मिली भगत कर अवधेश सलूजा की लगभग 2 से 3 करोड रुपए के बाजार मूल्य की दुकान केवल 48 लाख की नीलामी में वर्ष 2024 में खरीद ली थी,जिसके बाद से अवधेश सलूजा और गुरमेज सिंह के बीच रंजिश शुरू हो गई थी…

दरअसल सूत्रों के अनुसार जिस दुकान को गुरमेज ने 48 लाख रुपए में खरीदा था उस दुकान की कीमत वर्तमान समय में करोड़ों में थी और तो और दुकान से लगते हुए नजूल के एक बड़े भूखंड पर भी बीते कई वर्षों से सलूजा बंधुओं का ही कब्जा था,जिसकी वर्तमान कीमत लगभग 8 करोड रुपए बताई जा रही है और दोनों संपत्ति का वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 12 करोड रुपए था… उधर विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार सलूजा ने गुरमेज को अपनी दुकान वापस देने के लिए 1.25 करोड़ रुपए देने की बात करते हुए दुकान को वापस देने के लिए कई बार बात की पर बात नहीं बनी…बताया यह भी जा रहा है कि सलूजा काफी लंबे समय से अपनी दुकान और दुकान से लगाती हुई नजूल की भूमि को बेचने के लिए शहर के बड़े-बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों के संपर्क में थे पर बात नहीं बन पा रही थी और ऊपर से सलूजा बंधुओं के हाथ से दुकान भी निकल गई थी,जिसको वापस पाने के लिए उन्होंने कोर्ट की शरण भी ली पर कोर्ट से भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी… इसके बाद दुकान पर कब्जा करने के लिए अवधेश सलूजा ने अपने अन्य भाइयों और स्थानीय बदमाशों के साथ मिलकर एक सुनियोजित षडयंत्र के तहत दुकान पर कब्जा करने के लिए रविवार की रात को मौके पर जेसीबी लेकर लगभग एक दर्जन लोगों के साथ पहुंच गए थे…इस दौरान सूचना मिलने के कुछ देर बाद मौके पर गुरमेज सिंह अपने बेटे मनप्रीत सिंह के साथ भी पहुंच गए और जेसीबी द्वारा दुकान तोड़े जाने का विरोध करने लगे,जिसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने पिता पुत्र पर गोली चला दी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई…उधर इस हत्याकांड के आरोपी दिनेश सलूजा ने रविवार देर रात हुई वारदात के बाद नाटकीय ढंग से अपने पैर में गोली लगने की बात कहते हुए रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती भी हो गए पर उनकी भी एक न चली और पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया…बहरहाल इस पूरे मामले को देखकर एक बात तो साफ तौर पर जाहिर हो जाती है की लालच एक बहुत बड़ी बुरी बला है और लालच के चक्कर में पड़कर आदमी को बहुत कुछ गवाना पड़ता है…

spot_img
spot_img
Manish Kashyap
Manish Kashyap
हमारा उद्देश्य देश, प्रदेश की हर ताजा खबर सत्यता के साथ सबसे तेज सबसे पहले आप तक पहुंचाना है।
Latest news
Related news

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

You cannot copy content of this page