रेलवे ने राज्य में सेमी हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन के संचालन और इसके रखरखाव के लिए अभी से तैयारियां शुरू हो गई है। इसके लिए उत्तर पश्चिम रेलवे पांच कोचिंग डिपो को 300 करोड़ रुपए खर्च कर आधुनिक बनाएगा। दरअसल, हाल में रेलवे बोर्ड ने एक आदेश जारी कर उत्तर पश्चिम रेलवे जोन के जयपुर, अजमेर, उदयपुर और श्रीगंगानगर स्थित कोचिंग डिपो को वंदे भारत ट्रेन के रैक के विकास, अपग्रेड, मेंटीनेंस की तैयारी के निर्देश दिए थे। इसके बाद इन डिपो में कार्यरत मेंटीनेंस यूनिट स्टाफ को एक माह की ट्रेनिंग के लिए दिल्ली भेजा गया। ट्रेनिंग पूरी करके आने के बाद कोचिंग डिपो में तैयारी शुरू हो गई है।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रेन पूरी तरह से अत्याधुनिक है। इसके दोनों ओर पावर कोच लगे हुए होते हैं। इन तकनीकों के मद्देनजर इसके मेंटीनेंस, विकास के लिए कोचिंग डिपो मेें मशीनरी, इक्विपमेंट, इलेक्ट्रिक लाइन, पिट लाइन, अलग ट्रैक आदि की जरूरत पड़ेगी। इस पर रेलवे को करीब 300 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ेंगे।
जोन में वंदे भारत ट्रेन के रैक मेंटीनेंस, विकास के लिए कोचिंग डिपो में तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए अत्याधुनिक सुविधाएं भी जुटाई जा रही हैं। कोचिंग स्टाफ की ट्रेनिंग भी हो चुकी है।
– कैप्टन शशिकिरण, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर पश्चिम रेलवे
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इस वर्ष के अंत तक संभवत: उत्तर पश्चिम रेलवे जोन को इस ट्रेन के दो से तीन रैक मिल जाएंगे। हालांकि कुछ अगले वर्ष अगस्त तक 6 रैक मिलना लगभग तय है। ऐसे में पहले चरण में इसकी दिल्ली से वाया जयपुर, अहमदाबाद, जोधपुर से श्रीगंगानगर, जोधपुर से दिल्ली रूट पर सौगात मिल सकती है।