रुद्रपुर।कांग्रेस मेयर प्रत्याशी मोहन खेड़ा को विजयी बनाने के लिए पूर्व मंत्री एवं किच्छा के विधायक तिलकराज बेहड़ चुनाव प्रचार में उतर आये हैं.. उन्होंने आज वार्ड नं-1 से कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव प्रचार की शुरूआत करते हुए चुनावी सभा को सम्बोधित किया और रूद्रपुर के सुनहरे भविष्य के लिए कांग्रेस को वोट देने की अपील की..तीन पानी डाम के पास चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए बेहड़ ने कहा कि भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने रूद्रपुर को विकास में बहुत पीछे धकेल दिया है.. भाजपा की कथनी और करनी में भारी अंतर है.. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग सिर्फ अपना विकास करते हैं उन्हें सिर्फ अपने चहेतों की चिंता है.. बेहड़ ने कहा कि वार्ड नं- 1कांग्रेस विकास की बात करती है.. इसलिए भाजपा के नेताओं ने हमेशा इस क्षेत्र के साथ पक्षपात किया। भाजपा के लोगों ने यहां खेती की जमीनों पर कालोनियां खड़ी कर दी लेकिन कालोनियों में विकास नहीं किया.. इन कालोनियों में आज भी जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है.. आज कई कालोनियां अधूरी पड़ी है.. बेहड़ ने आहवान किया कि इस बार मेयर और पार्षद कांग्रेस का जिताओ अगले दो साल के अंदर इस वार्ड का नक्शा बदल देंगे.. बेहड़ ने विरोधियों को ललकारते हुए कहा कि कांग्रेस का वजूद खत्म करने की बात करने वालों को जनता सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है.. भाजपा के नेताओं ने भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं किया.. आज रूद्रपुर में लूट खसोट का खेल खुलेआम चल रहा है। कमीशन खोरी की बढ़ती प्रवृत्ति ने रूद्रपुर का विकास ठप कर दिया है..
बेहड़ ने कहा कि यह चुनाव रूद्रपुर की दशा और दिशा तय करेगा.. फैसला जनता को करना है उन्हें नगर निगम में कैसी सरकार चाहिए, भ्रष्टाचारियों की या फिर आम जनता के हितों की बात करने वाली कांग्रेस की.. बेहड़ ने कहा कि भाजपा की गलत फहमी इस चुनाव में दूर हो जायेगी.. उन्होनें कहा कि कांग्रेस पूरी ताकत के साथ इस चुनाव को लड़ेगी और मेयर के साथ साथ वार्डों में भी कांग्रेस का परचम लहरायेगा।
उधर राजनीति विशेषज्ञों की माने तो तिलक राज बेहड़ के चुनावी मैदान में उतरने से बड़ी उठा पटक देखने को आने वाले दिनों में मिल सकती है,फिलहाल बेहड़ ने ऐलान कर दिया है कि वह 10 तारीख से मेयर प्रत्याशी मोहनलाल खेड़ा के पक्ष में लोगों को मतदान करने के लिए जागरूक अभियान डोर टू डोर चलाया जाएगा,इधर बेहड़ के ऐलान के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में कड़ाके की ठंड बावजूद माहोल काफी गरम है।