रुद्रपुर : वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के दौरान कोविड रोगी जसपुर निवासी अधेड़ की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी। मृतक के पुत्र ने कोविड प्रभारी जसपुर डा. प्रमेंद्र तिवारी व रुद्रपुर डा. गौरव अग्रवाल पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया था। पुलिस ने चिकित्सकों पर केस दर्ज कर लिया है।
हम आपको बता दें कि इससे पूर्व भी डॉक्टर गौरव अग्रवाल द्वारा रुद्रपुर के काशीपुर बायपास रोड पर संचालित कृष्णा हॉस्पिटल में हुए अटल आयुष्मान घोटाले को लेकर उन पर मुकदमा दर्ज हो चुका है।
पुलिस के मुताबिक मोहल्ला छिपियान पूर्वी जसपुर निवासी सतीश ने कुमार ने बताया कि कोरोना पाजिटिव न होने पर 22 जुलाई 2020 को उसके पिता हंसराज अरोरा को स्वास्थ्य विभाग जसपुर ने कोविड केयर सेंटर अनन्या होटल काशीपुर भेज दिया था। तब डा. प्रमेंद्र तिवारी वहां कोविड प्रभारी थे, जिन्होंने कोविड-19 की गाइडलाइन का हवाला दे मरीज को भर्ती कर उन्हें घर भेज दिया था। 24 जुलाई को फोन पर उसके पिता ने बताया कि कोई डाक्टर देखने नहीं आया है। यह शिकायत करने पर डा. प्रमेंद्र तिवारी ने हायर सेंटर जवाहर लाल नेहरू जिला चिकित्सालय रुद्रपुर जबरन रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में उसके पिता का इलाज कोविड प्रभारी डा. गौरव अग्रवाल नें ज किया, जिन्होंने भी मरीज से मिलने प्र नहीं दिया। पांच अगस्त 2020 को ग्र कोविड वार्ड में भर्ती अन्य मरीज के रिश्तेदार से पता चला कि उसके पिता ल को बेहोशी की अवस्था कोविड ि मरीज ने बाथरूम का दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला। इस पर उसने नि उच्चाधिकारियों से संपर्क कर अपने पिता को गुड़गांव, हरियाणा स्थित मेदांता अस्पताल के लिए रेफर करवाया। मेदांता में पूर्व में हुए उपचार का विवरण मांगा गया तो उसने डा. गौरव को कई बार फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। मेदांता के डाक्टर ने बताया कि उसके पिता की किडनी एवं हार्ट की स्थिति सही इलाज न मिलने से बेहद नाजुक हो चुकी है। सात अगस्त की दोपहर उसके पिता की मृत्यु हो गई। सतीश कुमार ने डा. प्रमेंद्र तिवारी और डा. गौरव अग्रवाल को जिम्मेदार ठहरा कार्रवाई की मांग की। थानाध्यक्ष पंतनगर राजेंद्र सिंह डांगी ने बताया कि डाक्टरों पर मुकदमा किया गया है।