देहरादून: साल 2021 में वन दरोगा की ऑनलाइन कराई गई भर्ती परीक्षा में धांधली के मामले में एसटीएफ ने देहरादून साइबर थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। मुकदमे में छह अभ्यर्थियों, तीन केंद्रों के नाम शामिल किए गए हैं। वहीं एजेंसी एवं एक अन्य केंद्र की भूमिका संदिग्ध बताई गई है। मुख्यमंत्री धामी ने ऑनलाइन माध्यम से कराई गई वन दरोगा भर्ती की जांच के लिए डीजीपी अशोक कुमार को निर्देश दिए थे। इस पर डीजीपी ने मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी थी। अब एसटीएफ की जांच में धांधली की पुष्टि होने के बाद वन दरोगा की ऑनलाइन परीक्षा के मामले में केस दर्ज करा दिया गया है।
धामी का बड़ा संदेश
वन दरोगा भर्ती में सीएम धामी ने माफिया पर कड़ी कार्रवाई करके बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि किसी आरोपी को नहीं बख्शा जाएगा और ईमानदार अभ्यर्थियों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने रविवार को बताया कि वन दरोगा के 316 पदों के लिए वर्ष 2021 में 16 सितंबर से 25 सितंबर तक ऑनलाइन भर्ती परीक्षा कराई गई थी।
यह परीक्षा 18 शिफ्टों में हुई थी। एसटीएफ और साइबर विभाग की जांच में इस परीक्षा में अनियमितता और कुछ अभ्यर्थियों द्वारा अनुचित साधनों के प्रयोग की पुष्टि हुई। इसके बाद अब इस मामले में केस दर्ज हुआ। नकल करने वाले कई छात्र चिह्नित किए गए हैं जबकि कुछ नकल माफिया को हिरासत में लिए गए हैं।
छह अभ्यर्थियों को हरिद्वार में कराई नकल
तहरीर के मुताबिक, परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों के परिणाम के प्राप्तांक का आंतरिक आकलन कर यूकेएसएसएससी ने अपने स्तर से इसकी जांच की और आठ अभ्यर्थियों को संदिग्ध माना गया था। पता चला कि आठ में से छह अभ्यर्थी स्वामी दर्शनानंद इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी परीक्षा केंद्र से हैं।
चार अभ्यर्थियों को अलग और दो को अलग आईपी आवंटित की गई। उनकी संदिग्ध गतिविधि पाई गई। एक अभ्यर्थी अल्मोड़ा स्थित नंदा देवी इंफोटेक सोल्यूशन और एक अभ्यर्थी नैनीताल स्थित राधाकृष्ण एसेसमेट सेंटर-01 परीक्षा केंद्र से नकल में शामिल रहा।