पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किए गए पूर्व कैबिनेट मंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के निलंबित नेता पार्थ चटर्जी को आज मेडिकल जांच के लिए ESI अस्पताल लाया गया। इस दौरान उनसे मीडियाकर्मियों ने कुछ सवाल किए जिसके जवाब में उन्होंने अर्पिता मुखर्जी के आवास से बरामद किए गए करोड़ों रुपयों को लेकर बड़ी बात कही। उन्होंने कहा है कि ईडी को जो पैसा बरामद हुआ है, वो उनका नहीं है। पार्थ चटर्जी को रविवार सुबह मेडिकल चेकअप के लिए जोका के ESI अस्पताल लाया गया।
दरअसल, पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को ईडी ने गिरफ्तार किया है। अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से ईडी को भारी मात्रा में नकदी और सोना बरामद हुआ है। वहीं ESI अस्पताल में चेकअप के लिए जब पार्थ चटर्जी को लाया गया तो रिपोर्टर्स ने सवाल किया कि इस साजिश के पीछे किसका हाथ है? इसका जवाब देते हुए पार्थ चटर्जी ने कहा, “समय आने पर आपको पता चल जाएगा…पैसा मेरा नहीं है।”
बता दें, पार्थ चटर्जी ने पहले एक बयान में कहा था कि उन्हें साजिश कर फंसाया गया है। वहीं उनकी करीबी माने जाने वाली अर्पिता ने दावा किया कि उसके आवास से बरामद सारा पैसा पार्थ का है। उसे उस फ्लैट में घुसने का भी अधिकार नहीं था। पारथ के आदमी उस फ्लैट में पैसे छोड़ जाते थे।
ईडी की छापेमारी के बाद अर्पिता मुखर्जी के घर से अन्य कीमती सामानों के साथ-साथ ₹50 करोड़ से भी ज्यादा नकद मिले थे। ईडी ने पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को SSC भर्ती घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया है। वहीं गिरफ्तारी के बाद पार्थ चटर्जी को TMC के सभी पदों से बर्खास्त कर दिया गया, और उन्हें उनके कैबिनेट पद से भी हटा दिया गया।