मुंबई में लोकल ट्रेनों को मुंबईकरों की लाइफ लाइन कहा जाता है। साथ ही शहर में सड़कों पर दौड़ने वाली काली-पीली टैक्सियों का भी रोल अहम है। टैक्सीमैन यूनियन ने सरकार द्वारा किराया वृद्धि पर कोई फैसला न लेने के विरोध में 1 अगस्त को टैक्सी हड़ताल पर जाने का ऐलान किया था। लेकिन अब खबर आ रही है कि उन्होंने ये फैसला वापस ले लिया है। इस खबर के बाद मुंबईकरों ने राहत की सांस ली है।
शनिवार को मुंबई के एक बड़े टैक्सी संघ ने कहा कि अधकिारियों के अपील के बाद उसने 1 अगस्त को प्रस्तावित अपनी एक दिवसीय प्रतीकात्मक हड़ताल टाल दी है। मुंबई टैक्सीमेन्स यूनियन ने एक बयान जारी कर कहा कि टारडियो आरटीओ के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के अपील करने के बाद ये फैसला लिया गया। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मुंबई महानगर क्षेत्र परिवहन प्राधिकरण (एमएमआरटीए) के सचिव भी हैं
बता दें कि यूनियन नेता ए एल क्वाड्रोस ने कहा कि टैक्सी संघ ने पहले डेढ़ किलोमीटर के लिए न्यूनतम किराया 25 रुपए से बढ़ाकर 35 रुपए करने की मांग की थी। लेकिन प्रशासन ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया जिसके बाद हमने हड़ताल करने का निर्णय किया था, क्योंकि सीएनजी का दाम बढ़कर 32 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया है, जिससे चालकों को रोजाना 300 रुपए का नुकसान हो रहा है।
ए एल क्वाड्रोस के मुताबिक, खटुआ समिति ने कहा था कि सीएनजी के दामों में 25 प्रतिशत बढ़ोतरी पर किराए में भी संशोधन हो सकता है, लेकिन ‘सीएनजी की कीमत 35 प्रतिशत बढ़ गई है और सरकार किराए में संशोधन में देरी कर रही है। राज्य सरकार ने किराए का फॉर्मूला तय करने के लिए खटुआ समिति बनाई थी। टारडियो आरटीओ ने अपील की थी कि हड़ताल वापस ले ली जाए, क्योंकि एमएमआरटीए 40 हजार टैक्सियों के लिए किराया बढ़ोतरी की मांग पर फैसला लेने के लिए जल्द बैठक करने वाला है।