वेस्ट टैंक (वो टंकी जहां कचरा जमा होता है) की सफाई के दौरान जानलेवा मिथेन गैस की चपेट में आने से चार श्रमिकों की मौत हो गई। वहीं दो अन्य की हालत नाजुक है। यह हादसा बुधवार दोपहर बाद हरियाणा के बहादुरगढ़ जिले में हुई। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई है। मामले की छानबीन की जा रही है।
जानकारी के अनुसार बहादुरगढ़ के रोहद गांव स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में दिल्ली के पटेल नगर निवासी हितेश नामक कारोबारी का एयरोफ्लेस सीलिंग मटीरियल मैन्युफेक्चरिंग कंपनी है। इस कंपनी में इंजन की गैस किट बनाई जाती है। बताया जाता है कि कंपनी में सफाई के लिए कई वेस्ट टैंक हैं। बुधवार को इन्हीं वेस्ट टैकों की सफाई के लिए उतरे 6 कर्मचारी मिथेन गैस की चपेट में आ गए।
इस हादसे में चार श्रमिकों की मौत हो गई। वहीं 2 श्रमिकों की हालत गम्भीर बनी हुई है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए। इंडस्ट्रियल सेफ्टी अधिकारियों ने श्रमिकों की मौत का कारण मिथेन गैस बताया है। बताया गया कि फैक्ट्री के वेस्ट टैंक की सफाई लंबे समय से नहीं हुई थी। गंदगी काफी समय से जमा होने के कारण वहां मिथेन गैस बन गई थी। जिसका अंदाजा श्रमिकों को नहीं था।
बताया गया कि जैसे ही श्रमिक टैंक की सफाई के लिए अंदर गए, मिथेन गैस की चपेट में आकर अचेत हो गिरने लगे। आनन-फानन में कर्मचारियों को बहादुरगढ़ के ही जीवन ज्योति अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें 4 श्रमिकों की मौत हो गई। जबकि दो अभी भी आईसीयू में एडमिट है।