पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। विदेशों से फंडिंग के मामले में उन्हें दोषी करार दिया गया है। पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान की पार्टी पीटीआई को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की सियासत में अब एक नया बवाल शुरू हो गया है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को विदेशों से फंडिंग के मामले में दोषी करार दिया गया है। पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान की पार्टी PTI को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बताया जा रहा है कि इस केस में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के ताउम्र चुनाव लड़ने पर रोक भी लगाई जा सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान राजा ने मंगलवार को कहा कि इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (PTI) को 34 प्रतिबंधित फंड मिले हैं। इसमें भारत, ब्रिटेन, यूएई सहित अन्य देशों से पीटीआई को फंड मिला। जिसकी जानकारी इमरान खान और उनकी पार्टी ने पाकिस्तान सरकार से छिपाई।
इस मामले में पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने पीटीआई को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके अलावा चुनाव आयोग को इमरान खान की पार्टी पीटीआई से जुड़े 13 अज्ञात खातों की जानकारी हुई है। इमरान खान को फंड देने वालों में एक भारतीय का नाम भी शामिल है। चुनाव आयोग को पता चला है कि इमरान को अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और UAE से फंड मिले हैं।
इलेक्शन कमीशन ऑफ पाकिस्तान (ECP) ने इमरान को नोटिस देकर पूछा है कि उनके तमाम अकाउंट्स सीज क्यों नहीं कर दिए जाएं। बताया गया कि इस केस में इमरान और PTI ने पहले भी जवाब नहीं दिए थे। कमीशन के फैसले के अनुसार PTI ने 34 विदेशी नागरिकों और 351 कंपनियों से चंदा लिया। लेकिन जानकारी सिर्फ 8 जनरल अकाउंट्स की दी। 13 खातों में ब्लैक मनी रखा, जिसकी जानकारी इन्होंने चुनाव आयोग और सरकार से छिपाया।
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार इस केस में कमीशन को इमरान ने झूठा हलफनामा दिया। बताया गया कि 3 खाते ऐसे भी हैं, जिनकी गहन जांच जारी है। प्राप्त जानकारी के इमरान खान की पार्टी ने अमेरिका में रहने वाली भारतीय मूल की बिजनेस वुमन रोमिता शेट्टी से करीब 14 हजार डॉलर डोनेशन लिया। इसके अलावा दुनिया के कई अन्य देशों से पीटीआई को अरबों रुपए चंदा के रूप में मिले। अब इन खातों को सीज करने की कार्रवाई जारी है। जानकारों की माने तो इस केस में इमरान खान पर ताउम्र चुनाव लड़ने पर रोक भी लग सकता है।