नई दिल्ली. अग्निपथ योजना को लेकर मंगलवार को सेना ने स्पष्ट किया कि योजना के तहत भर्ती पारदर्शी व निष्पक्ष रहेगी। अग्निवीरों को भी गैलेंट्री अवॉर्ड दिए जाएंगे। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि सेना नौकरी के लिए नहीं है, बल्कि देश सेवा के जज्बे के लिए है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीनों सेनाओं की तरफ से युवाओं को समझाने का प्रयास किया। एयर मार्शल एस.के. झा ने कहा कि एयरफोर्स में अब केवल अग्निपथ योजना के जरिए भर्ती होगी। वायुसेना की युद्धक क्षमता पर समझौता नहीं किया जाएगा। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया अपरिवर्तित रहेगी और सेना में रेजिमेंट व्यवस्था जारी रहेगी। यह योजना सरकार के कई विभागों के बीच विचार-विमर्श के अलावा तीनों सेवाओं और रक्षा मंत्रालय के भीतर लंबे समय तक जारी परामर्श का परिणाम है। अग्निवीर अगर लड़ाई में शामिल होगा तो उसे परमवीर चक्र और ऐसे अन्य सम्मान मिलेंगे। जनरल पुरी कहा कि दुनिया के किसी अन्य देश में भारत जितनी विविधता नहीं है। हमारे यहां 50 फीसदी युवा 25 साल से कम आयु के हैं। हमें इनमें से अधिक से अधिक लोगों को सेना में शामिल करना चाहिए। अब अग्निवीर ही नहीं, अन्य नौसैनिक और सेलर्स भी मर्चेंट नेवी में जा सकेंगे।